चलत मुसाफ़िर मोह लिया रे पिंजड़े वाली मुनिया, उड़ उड़ बैठी हलवइया दुकनिया आरे बरफ़ी के सब रस ले लिया रे पिंजड़े वाली मुनिया उड़ उड़ बैठी बजजवा दुकनिया आरे कपड़ा के सब रस ले लिया रे पिंजड़े वाली मुनिया उड़ उड़ बैठी पनवड़िया दुकनिया आरे बीड़ा के सब रस ले लिया रे पिंजड़े वाली […]